Hamirpur News: हमीरपुर में कारोबारी का बेटा निकला चिट्टे का आदी

हिमाचल में नशे का जाल: बेटा चिट्टे का आदी निकला, कारोबारी पिता बेसुध, फिर हुए भावुक;

Update: 2025-04-30 09:11 GMT

Hamirpur News: हमीरपुर में चिट्टे जैसी सिंथेटिक ड्रग्स का असर तेजी से बढ़ रहा है। शहर के प्रतिष्ठित परिवारों के कई युवक इसकी गिरफ्त में आ चुके हैं। पुलिस की टेस्टिंग में जब एक कारोबारी का बेटा पॉजिटिव पाया गया, तो पिता की भावनाएं फूट पड़ीं। यह घटना हिमाचल प्रदेश में फैलते नशे के खतरे की गंभीरता को उजागर करती है।

शहर के प्रतिष्ठित परिवारों में फैला नशा

हमीरपुर जिला मुख्यालय में हुए ड्रग टेस्ट में कई चौंकाने वाली सच्चाइयाँ सामने आई हैं। शहर के बड़े कारोबारियों और सरकारी नौकरी करने वालों के बच्चे चिट्टे के आदी पाए गए हैं। ये तथ्य तब सामने आए जब सदर थाना हमीरपुर में पुलिस ने कई युवाओं की ड्रग टेस्टिंग करवाई।

Hamirpur News: पिता पहले बेसुध, फिर रो पड़े

एक कारोबारी पिता उस समय भावुक हो उठे जब पुलिस ने बताया कि उनका बेटा चिट्टे का सेवन कर रहा है। शुरुआत में वे अवाक रह गए, फिर खुद को संभालते हुए पहले मुस्कराए, लेकिन अचानक फूट-फूट कर रो पड़े। यह एक अकेली घटना नहीं है — जिले में अब तक 30 से ज्यादा युवाओं की जांच में ज़्यादातर पॉजिटिव निकले हैं।

एफएसएल जांच में होगी पुष्टि

ड्रग टेस्टिंग के शुरुआती नतीजों में पॉजिटिव पाए गए युवाओं के सैंपल अब एफएसएल लैब भेजे जा रहे हैं। केवल हमीरपुर के सदर थाने में ही 10 से अधिक केस सामने आए हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि इन युवाओं के माता-पिता को बच्चों की आदतों की भनक तक नहीं थी।

Hamirpur News: चिट्टे की लत की पहचान करना कठिन

विशेषज्ञों का कहना है कि चिट्टे की लत का पता आमतौर पर आसानी से नहीं चलता। व्यवहार में होने वाले सूक्ष्म बदलावों पर ध्यान देना जरूरी है। परिजन अगर समय रहते बदलाव पहचान लें, तो बच्चों को इस दलदल से बचाया जा सकता है।

मनोचिकित्सक की सलाह: सतर्क रहें

मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में कार्यरत मनोचिकित्सक डॉ. संदीप कुमार के अनुसार, यदि कोई बच्चा घर से कटने लगे, चिड़चिड़ा हो जाए और बार-बार अधिक पैसे की मांग करने लगे, तो परिजनों को सतर्क हो जाना चाहिए। ऐसे बच्चे दोस्तों के साथ ज़्यादा समय बाहर बिताते हैं और परिवार से दूरी बना लेते हैं।

Hamirpur News: पुलिस की चेतावनी और अपील

एसपी भगत सिंह ठाकुर ने कहा कि अगर एफएसएल जांच में चिट्टे का सेवन सिद्ध होता है, तो इन युवाओं पर मामला दर्ज किया जाएगा। साथ ही उन्होंने अभिभावकों से अपील की है कि वे अपने बच्चों के व्यवहार पर नज़र रखें और ज़रूरत पड़ने पर मदद लें।

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