Shimla News Today: चिढ़गांव की बेटियों ने थाईलैंड में किया नाम रोशन
फर्स्ट थाईलैंड किक बॉक्सिंग वर्ल्ड कप में दीक्षिता को सिल्वर और सनिका को ब्रॉन्ज मेडल;
सार
Shimla News Today: थाईलैंड के बैंकॉक में आयोजित पहले किक बॉक्सिंग वर्ल्ड कप में हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले की चिढ़गांव तहसील की दो होनहार बेटियों—दीक्षिता शिलाल और सनिका लल्टवान—ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पदक हासिल किए। दीक्षिता ने सिल्वर तो सनिका ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। उपायुक्त अनुपम कश्यप ने उन्हें सम्मानित करते हुए जिला प्रशासन के नशा मुक्ति अभियान में अहम भूमिका देने की बात कही। दोनों खिलाड़ियों ने हाल ही में चिढ़गांव में एकेडमी खोलकर अन्य युवाओं को प्रशिक्षण देना शुरू किया है।
बेटियों ने देश का बढ़ाया मान
शिमला। बैंकॉक (थाईलैंड) में 07 से 12 अप्रैल 2025 तक आयोजित फर्स्ट थाईलैंड किक बॉक्सिंग वर्ल्ड कप में शिमला जिले के चिढ़गांव क्षेत्र की दो बेटियों—दीक्षिता शिलाल और सनिका लल्टवान—ने देश का नाम रोशन किया है। दीक्षिता ने माइनस 56 किलोग्राम वर्ग में सिल्वर मेडल, जबकि सनिका ने इसी श्रेणी में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया।
उपायुक्त ने किया सम्मानित: Shimla News Today
दोनों खिलाड़ियों ने शिमला उपायुक्त अनुपम कश्यप से उनके कार्यालय में भेंट की। इस दौरान उपायुक्त ने उन्हें सम्मानित करते हुए कहा कि उन्होंने न केवल क्षेत्र बल्कि पूरे हिमाचल और भारत को गौरवान्वित किया है। उन्होंने कहा कि इन बेटियों की उपलब्धि युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है और खेलों के माध्यम से वे अपनी अलग पहचान बना सकते हैं।
खेलों से बनेगा उज्ज्वल भविष्य
उपायुक्त ने इस अवसर पर युवाओं को खेलों के जरिए नशे से दूर रहने और स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने का संदेश दिया। उन्होंने यह भी कहा कि जिला प्रशासन की ओर से चलाए जा रहे नशा विरोधी अभियान में दीक्षिता और सनिका को शामिल किया जाएगा ताकि वे युवाओं को सकारात्मक दिशा में प्रेरित कर सकें।
सनिका लल्टवान: संघर्ष से सफलता तक: Shimla News Today
गांव संधाड़ी, डाकघर खाबल, तहसील चिढ़गांव की सनिका लल्टवान ने फुल कॉन्टैक्ट माइनस 56 किलोग्राम वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया है। उन्होंने 2016 में वुशु से खेल की शुरुआत की और बाद में ताइक्वांडो व किक बॉक्सिंग में राष्ट्रीय स्तर तक का सफर तय किया। 2023 में असम में आयोजित सीनियर नेशनल ताइक्वांडो में हिस्सा लिया, वहीं शिलारू में 'खेलो इंडिया' के दौरान किक बॉक्सिंग में स्वर्ण पदक जीता। सनिका ने अपनी पढ़ाई संजौली कॉलेज से की है और एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखती हैं।
दीक्षिता शिलाल: मेहनत से मिली मंज़िल
गांव डिसवानी, डाकघर कलोटी की दीक्षिता शिलाल ने माइनस 56 किलोग्राम वर्ग में सिल्वर मेडल जीता है। उन्होंने 2014 से 2018 तक जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया और सिल्वर मेडल जीते। 2019 से उन्होंने किक बॉक्सिंग को अपनाया और कई राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में गोल्ड मेडल भी हासिल किए। 2025 में गाला फाइट में स्वर्ण पदक और बेल्ट जीतने वाली भारत की पहली महिला बनीं। दीक्षिता वर्तमान में सीमा कॉलेज रोहड़ू से बीए फर्स्ट सेमेस्टर की पढ़ाई कर रही हैं। उनके पिता का देहांत हो चुका है, लेकिन उनकी मां ने हमेशा उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
क्षेत्र में खोली एकेडमी, युवाओं को जोड़ रहीं खेलों से: Shimla News Today
दोनों खिलाड़ियों ने चिढ़गांव में 'हिमालयन वारियर मार्शल आर्ट्स एकेडमी' की स्थापना की है ताकि स्कूली स्तर पर ही बच्चों को खेलों से जोड़ा जा सके और क्षेत्र में नशा मुक्त समाज की दिशा में काम किया जा सके। उन्होंने सभी अभिभावकों से अपील की कि वे अपने बच्चों को खेलों से जोड़ें और नशे से दूर रखें।
कोच और परिवार को दिया सफलता का श्रेय
दीक्षिता और सनिका ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और कोच वीरेंद्र जगिता को दिया है। उन्होंने बताया कि कोच ने हर कदम पर उनका मार्गदर्शन किया। इसके अलावा डॉ. संजय यादव का भी विशेष सहयोग रहा।